सोनचिड़िया मूवी रिव्यु
मूवी डायरेक्टर अभिषेक चौबे द्वारा डायरेक्ट
की गयी हैं और मूवी को रीयलिस्टिक रूप देने की पूरी कोशिश की गयी है और कुछ हद तक मूवी
डायरेक्टर अभिषेक चौबे इसमें सफल रहे हैं।
सभी कलाकारों ने बखूबी अपना किरदार निभाया है जो की तारीफे काबिल हैं और एक
बार फिर मनोज बाजपेयी ने साबित कर दिया हैं की वे कोई भी रोल बखूबी निभा सकते हैं।
सोनचिड़िया की कहानी चंबल के डाकुओं पर आधारित
हैं, फिल्म में डाकुओं की दयनीय दशा, जाति को दिखाया गया हैं। डाकू मानसिंह (मनोज बाजपयी) अपने साथी ललन और वकील
सिंह (रणवीर शोरी ) और अन्य साथियो के गांव में डाका डालने जाते हैं तभी एक इमरजेंसी
घोषणा होती हैं और पुलिस गांव को चारों और से घेर लेती हैं और इसी के चलती मानसिंह
और उसके कई साथी मारे जाते हैं ललन और वकील सिंह किसी तरह वह से बच निकलते है। फिर
रास्ते में उनकी मुलाकात एक लड़की इंदुमती (भूमि पडनेकर) से होती हैं, जिसके साथ एक
12 साल की लड़की होती हैं जो की उत्पीड़न के शिकार होती हैं। इंदुमती उनके गैंग में शामिल हो जाती है और उसकी
जाति को लेकर गैंग दो गुटों में बा बट जाता हैं।
कुल मिलाकर मूवी थोड़ी धीरे हैं पर एक बार देखने
वाली हैं।
रिलीज़: तारीख: 1 मार्च, 2019
निर्देशक: अभिषेक चौबे
निर्माता: रोनी स्क्रूवाला
फिल्म टाइप: एक्शन